भारत के चमत्कारी मंदिर जिनका रहस्य आज तक कोई नहीं सुलझा पाया

हमारा भारत देश ऐसे ही

नहीं एक धार्मिक देश माना जाता है, हमारे देश में ऐसे बहुत से चमत्कारिक मंदिर मौजूद है जिनके चमत्कार के आगे आम लोगों के साथ-साथ वैज्ञानिकों ने भी अपने घुटने टेक दिए हैं, इन मंदिरों में अक्सर कोई ना कोई चमत्कार देखने को मिलते हैं और यह चमत्कार ऐसे होते हैं जिनके ऊपर विश्वास करना लोगों के लिए लगभग कठिन रहता है, लेकिन इन मंदिरों में होने वाले दिव्य चमत्कार के आगे लोग अपना सर झुकाते हैं।

वैसे देखा जाए तो हमारे भारत देश में लाखों-करोड़ों मंदिर मौजूद है और इन सभी मंदिरों की अपनी कोई ना कोई विशेषता और चमत्कार है जो विश्व भर में काफी प्रसिद्ध है, कुछ मंदिर तो ऐसे हैं जिनके अंदर बेशुमार दौलत है, आज हम आपको भारत के ऐसे 2 मंदिरों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जो सबसे अमीर और चमत्कारिक माने गए हैं और इन मंदिरों में रोजाना कोई ना कोई चमत्कार देखने को मिलता है।

ज्वालामुखी मंदिर, हिमाचल प्रदेश

भारत का यह एक ऐसा चमत्कारिक मंदिर है जहां पर ज्वाला बिना घी और बाती के 24 घंटे लगातार जलती रहती है, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से लगभग 30 किलोमीटर दूरी पर नागरकोट में स्थित है, इस मंदिर को ज्वालामुखी मंदिर के नाम से जाना जाता है, इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि पांडवों ने इस मंदिर की खोज की गई थी, मान्यता अनुसार अग्नि कुंड में आत्मदाह करने के पश्चात माता सती की जीभ इसी स्थान पर गिरी थी, इस मंदिर की बहुत ही खास महिमा बताई जाती है ऐसा बताया जाता है कि मुसलमान होने के बावजूद भी बादशाह अकबर ने भी इस मंदिर में अपना माथा टेका था, इस मंदिर के अंदर काफी सालों से ज्योति जलती है, इस ज्योति को बुझाने की बहुत कोशिश की गई थी परंतु इसको बुझाने में सभी नाकाम रहे थे, इस मंदिर में जलने वाली ज्योति के रहस्य को जानने के लिए वैज्ञानिकों ने भी बहुत से अध्ययन किए हैं, लेकिन आज तक इस मंदिर की महिमा के बारे में पता नहीं लगा है, ज्वाला माई की महिमा के आगे वैज्ञानिकों ने भी अपने घुटने टेक दिए हैं।

पद्मनाभस्वामी मंदिर

वैसे तो हम सभी लोगों ने भारत के बहुत से चमत्कारिक मंदिरों के बारे में सुना होगा लेकिन जब भारत के सबसे धनी मंदिरों के बारे में बात चलती है तो सबसे पहला जिक्र पद्मनाभस्वामी मंदिर का होता है, इस मंदिर के अंदर भगवान विष्णु जी स्थापित है, इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर की देखरेख त्रावणकोर परिवार द्वारा प्राचीन काल से ही की जा रही है, यह मंदिर 2011 में विश्व भर में मशहूर हो गया था, जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मंदिर के खजाने को खोलने का आदेश दिया था, आपको बता दें कि इस मंदिर के नीचे कुछ छह तहखाने हैं, जिनमें से पांच तहखानों को खोल दिया गया था, इन तहखानों में से लगभग एक लाख करोड़ से भी अधिक का खजाना निकला था, लेकिन छठा तहखाना अभी तक नहीं खोला गया है क्योंकि छठे तहखाने को लेकर ऐसा बताया जाता है कि अगर यह तहखाना खोल दिया गया तो पूरी पृथ्वी का सर्वनाश हो सकता है, शायद इसी चीज का डर है जिसकी वजह से छठा तहखाना नहीं खोला गया है, इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि जो भक्त इस मंदिर के दर्शन करता है उसकी सभी मुरादें पूरी होती हैं।

 

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