चेन्नै के क्रोमपेट में
एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने सोने के गहनों से भरा थैला लौटा कर ईमानदारी की मिसाल पेश की। इस बैग में करीब 20 लाख रुपये के गहने थे। ये गहने जिस शख्स के थे वह बेटी की शादी से वापस घर लौट रहा था और बैग ऑटो में भूल बैठा। लेकिन ऑटो वाले की सजगता की वजह से उसे अपनी अमानत वापस मिल गई। बाद में पुलिस ने ऑटो ड्राइवर सरवन कुमार को सम्मानित भी किया।
पुलिस ने बताया कि
पॉल ब्राइट नाम के व्यापारी की बेटी की शादी एक बेंक्वेट हॉल में बुधवार को थी। विवाह समारोह के बाद वह बैग में गहने लेकर फोन पर बातें करते हुए घर लौट रहे थे। उन्हें घर पहुंचाकर सरवन कुमार ऑटो लेकर चला गया। कुछ देर बाद उसने देखा कि बैक सीट पर एक बैग रखा है। वह सोचने लगा कि उसे कैसे उसके मालिक तक पहुंचाया जाए, उसके पास पॉल का फोन नंबर भी नहीं था।
नहीं था ऑटो का नंबर
इस बीच जब पॉल और उसके परिवार वालों का ध्यान गायब बैग की ओर गया तो वे परेशान हो उठे। उन्होंने तुरंत क्रोमपेट पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज कराई। चूंकि उन्होंने भी ऑटो का नंबर नोट नहीं किया था इसलिए सीसीटीवी फुटेज से उसे तलाश गया। उसमें उन्हें नंबर तो मिल गया उसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि वह सरवन की बहन के नाम पर रजिस्टर्ड है।
ड्राइवर खुद पहुंचा पुलिस स्टेशन
इससे पहले पुलिस टीम पॉल तक पुहंचती सरवन गहने लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गया। जब पॉल को गहने लौटाए गए तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। बाद में पुलिसवालों ने ऑटो ड्राइवर को फूलों का एक गुलदस्ता भेंट किया। हालांकि खुद सरवन को नहीं लगता कि उसने बड़ा काम किया है। वह कहता है, ‘बैग देखकर मैं घबरा गया था। मुझे मालूम है कि मेरे अंतिम समय तक ईमानदारी ही मेरे काम आएगी। आज तक मैंने कभी अपने पैसेंजरों से ज्यादा किराया नहीं वसूला।’