शादियों में हर साल
फिजलूखर्ची और दहेज लेने-देने का सिलसिला बढ़ रहा है। ऐसे माहौल में समाज को आइना दिखाते हुए दूल्हे सौरभ चौहान ने दहेज में मिले 11 लाख रुपये और आभूषण लौटाकर नई मिसाल पेश की। एक रुपये में शादी रचाई तो घरातियों और बरातियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। सबने दूल्हे की सराहना की।
मूल रूप से नंगला पिथौरा निवासी और वर्तमान में शहर के रामपुरी में रहने वाले विजय सिंह का बेटा सौरभ चौहान लेखपाल है। सौरभ की शादी तितावी क्षेत्र के लखान गांव की बेटी प्रिंसी के साथ तय हुई थी। शुक्रवार को बरात गांव में पहुंची। घरातियों ने बरातियों की खूब खातिरदारी की।
शादी की रस्में शुरू हुई तो दुल्हन पक्ष ने दहेज में 11 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के जेवर अपनी मर्जी से भेंट किए। दूल्हे सौरभ चौहान ने दोनों पक्षों की मौजूदगी में आगे बढ़कर दहेज में मिली नगदी और सोने-चांदी के आभूषण लौटा दिए। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ एक रुपये की शादी करेंगे। दूल्हे की सार्थक पहल की शादी समारोह में मौजूद हर व्यक्ति ने प्रशंसा की।
सौरभ चौहान ने हमें गौरव से भर दिया
दुल्हन के ताऊ डॉ. रविंद्र सिंह ने बताया कि दूल्हे ने समाज को नई दिशा देने का काम किया है। बिना कोई दहेज के लिए एक रुपये में शादी की। जो लोग शादियों में फिजूलखर्ची करते हैं, उन्हें भी सौरभ से प्रेरणा लेनी चाहिए।
प्रिंसी ने की है मेडिकल की पढ़ाई
लखान गांव की बेटी प्रिंसी ने मेडिकल की पढ़ाई की है। प्रिंसी के पिता सुनील फौजी क्षेत्र के गणमान्य लोगों में शामिल है। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद वह बैंक में कार्य करते हैं।
दूल्हे ने समाज के सामने बनाई मिसाल
सोंहजनी जाटान निवासी अमरपाल ने बताया कि वे शादी समारोह में गए थे। दूल्हे सौरभ चौहान ने दहेज की रकम लौटाकर समाज के सामने मिसाल पेश की है। यह बेहद सराहनीय पहल है।
सर्वसमाज के लिए प्रेरणा है यह कदम
किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरण सिंह ने कहा कि सर्वसमाज के लिए दूल्हे पक्ष का यह कदम प्रेरणा है। शादी विवाह में फिजूलखर्ची पर हर हाल में रोक लगनी चाहिए।