मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है
पंख से कुछ नहीं होता, हौंसलों से ही उड़ान होती है।” लगातार मेहनत के दम पर सफलता की ऊंची इमारत को छूने वाली एक प्रेरक कहानी तेलंगाना के निजामाबाद से सामने आई है। यहां बीड़ी बनाने वाली की बेटी ने यूट्यूब से पढ़ाई कर डॉक्टरी की परीक्षा को पास किया है। बेहद कम संसाधनों के बाद भी हारिका नामक बच्ची ने MBBS की परीक्षा को पास कर अपनी मां का नाम रोशन किया है।
हारिका को तेलंगाना मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति की एमएलसी कल्वकुंतला कविता ने सम्मानित किया है। साथ ही हारिका की कहानी को ट्विट करते हुए बताया है। टीएमसी एमएलसी ने बताया कि हारिका की मां बीड़ी बनाने वाले कारखाना में मजदूरी का काम करती है। उसी मजदूरी के दम पर वो हारिका का पालन-पोषण करती है।
सिंगल मदर बीड़ी मजदूर ने बेटी को बनाया डॉक्टर
टीएमसी एमएलसी ने हारिका की कहानी को साझा करते हुए लिखा कि सपने देखने की हिम्मत करें तो तब तक मेहनत करना बंद न करें जब तक आप उन्हें हासिल नहीं कर लेते। हारिका की मां सिंगल मदर है। बीड़ी कारखाने में काम करते हुए उन्होंने बेटी को पढ़ाया-लिखाया। फिर आगे की पढ़ाई हारिका ने यूट्यूब से की और अब एमबीबीएस की परीक्षा को पास कर यह दिखाया है कि सही दिशा में की गई मेहनत सफलता जरूर दिलाती है।
हारिका को पहली किस्त की राशि देकर किया सम्मानित
हारिका की सफलता इसलिए भी खास है क्योकिं इसी MBBS की तैयारी के लिए संपन्न परिवार के बच्चे लाखों रुपए खर्च कर बड़े शहरों में पढ़ाई करते हैं। लेकिन उसके बाद भी बहुत कम लोगों को सफलता हाथ लगती है। ऐसे टफ एग्जाम को एक बीड़ी बनाने वाली मजदूर की बेटी हारिका ने यूट्यूब पर पढ़ाई कर क्रैक कर लिया। टीएमसी एमएलसी ने हारिका की पढ़ाई की पहली किस्त देते हुए उन्हें उनकी सफलता के लिए सम्मानित किया।