इग्लैंड में
आश्चर्यजनक घटना सामने आई है यहां पर एक सील का बच्चा भूखा-प्यासा 300 मील का सफर का तय करके एक पब में पहुंचा। यहां तक पहुंचने में वो बहुत कमजोर हो गया था। ये चुपचाप जब पब के अंदर पहुंचा तो वहां मौजूद कर्मचारी चौक गए। उन्होंने उसकी जान बचाने के लिए कई घंटे मेहतन की। वहीं पब मालिक ने कहा शायद ये यहां दारु की तलाश में इतनी दूर का सफर तय करके आया है।
300 मील की दूरी
तय करते हुए स्कॉटलैंड से इंंग्लैंड पहुंचा ये सील बता दें ये घटना इंग्लैंड के ब्रिस्टल के ओल्ड लॉक एंड वियर नाम के पब की हैं जहां जब ये लगभग 6 से12 महीने के बीच का सील का बच्चा पहुंचा तो हर कोई अचंभित हो गया। जब ये पब पहुंचा तो काफी कमजोर हो गया था। कर्मचारियों ने जब चेक किया तो उसके टैग से पता कि वो 300 मील की दूरी तय करते हुए स्कॉटलैंड के दक्षिण से इग्लैंड के इस पब में यात्रा करते हुए पहुंचा है।
सारा काम छोड़कर
पब वकर्स ने बचाई सील के बच्चे की जान ये बेबी सील रविवार, 2 जनवरी को सैकड़ों मील की यात्रा करने और हनहम, ब्रिस्टल में एक नदी के किनारे स्थित पब में पहुंचा तो वहां मौजूद कर्मचारी इसकी हालत देखकर उसे बचाने के लिए इंतजाम करने लगे। सील के बच्चे को बचाने के लिए कर्मचारी रेस्टोरेंट का सारा काम छोड़कर बच्चे को संभालते नजर आए।
“दो घूंट शराब पीने इतनी दूर का सफर तय करके आया”
द ओल्ड लॉक एंड वियर के बार मैनेजर जॉन जेफरीज ने ‘नियोप्रीन’ नाम के सील के बच्चे की देखभाल की। 41 वर्षीय जेफरीन ने बताया की वन्यजीव संरक्षण विभाग को सूचित कर दिया गया जो उसे बाद में रेसक्यू सेंटर पर देखभाल के लिए ले गए। बार मालिक ने कहा शायद ये सील का बच्चा लॉकडाउन से तंग आकर चुपके से यहां दो घूंट शराब पीने इतनी दूर का सफर तय करके आया है। बता दें ओमिक्रॉन के कारण कई देशों में अस्थायी नए प्रतिबंध लागू किए।
कई दिनों तक भूखा-प्यासा रहने के कारण घट गया आधा वजन
इस सील के बच्चे का वजन महज 14.8 किग्रा है। जब इस पर स्कॉटलैंड में सील लगाई गई थी तब इसका 30 किलोग्राम था जो लगभग दोगुना था। यहां तक भूखे प्यासे सफर तय करने के कारण उसका वजन इतना कम हो गया। जिस बार में वो पहुंचा वहां नावों को पानी में और बाहर निकालने के लिए बाहर एक स्लिपवे है। अगर वो पब से बाहर की ओर निकल जाता तो बाहर सड़क पर हादसे का शिकार हो जाता। पब मालिक ने बताया हमने उस क्षेत्र में जितना संभव हो उतना गीला बनाने के लिए अतिरिक्त पानी डाला और कुछ गीले तौलिये उसके नीचे रख दिया और पीठ पर रख दिया।