जब कोई बच्चा इस दुनिया में
जन्म लेता है तो उसके जन्म के स्थान के आधार पर उसे उस देश की नागरिकता दी जाती है। लेकिन जरा सोचिए क्या होगा जब किसी बच्चे का जन्म एक देश से दूसरे देश में उड़ान भर रहे हवाई जहाज के अंदर हो जाए? सामान्यतः इंटरनेशनल हवाई यात्रा के नियमों के अनुसार 7 माह या उससे अधिक गर्भवती महिला को विमान में सफर करने की अनुमति नहीं होती है।
लेकिन इन नियमों का सख्ती से पालन भी बहुत कम होता है। यही वजह है कि हमे आए दिन ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती रहती है कि फलाने बच्चे का जन्म उड़ती हुई फ्लाइट में सफलतापूर्वक हुआ।
खैर हमारा सवाल अभी भी
बरकरार है। जब एक बच्चे का जन्म उड़ती हुई इंटरनेशनल फ्लाइट में हो तो उसे किस देश की नागरिकता दी जाएगी? क्या बच्चे को उस देश की नागरिकता मिलेगी जिस देश से उसने फ्लाइट में उड़ान भरी थी? या फिर वह उस देश का नागरिक कहलाएगा जिस देश में उसकी फ्लाइट लैंड होगी? यह सवाल जितना पेचीदा है उसका जवाब भी उतना ही मुश्किल है।
दरअसल अधिकतर देशों में
उड़ते हवाई जहाज के अंदर पैदा होने वाले बच्चों की नागरिकता को लेकर कोई भी नियम नहीं है। ऐसे में इस सिचूऐशन में अधिकतर देश भी दुविधा में रहते हैं। हालांकि संयुक्त राज्य अमेरिका इससे अलग है। यहां पर इसे लेकर साफ नियम बना हुआ है। इस अमेरिकी नियम के अनुसार यदि कोई बच्चा अमेरिका की जमीन, आसमान या फिर अमेरिका के क्षेत्र में पैदा हुआ है तो उसे अमेरिका का ही नागरिक माना जाएगा। इस स्थिति में वह अमेरिका की मिट्टी और अमेरिका की नागरिकता का हकदार रहेगा।
अमेरिका में जब फ्लाइट में
पैदा हुए किसी बच्चे का प्रमाण पत्र बनाया जाता है तो उसने साफ तौर पर यह लिखा जाता है कि बच्चे का जन्म हवाई जहाज में हुआ था। हालांकि यदि बच्चे के माता पिता अपने मूल देश की नागरिकता चाहते हैं तो वह अपने देश वापस जाकर वहाँ के किसी अस्पताल से उसका जन्म प्रमाण पत्र भी निकलवा सकते हैं।
इसका मतलब ये हुआ कि यदि किसी गैर-अमेरिकन बच्चे का जन्म अमेरिका की जमीन पर हुआ है तो उसके पास अमेरिका या अपने मूल देश दोनों में से किसी की भी नागरिकता पाने का विकल्प होता है।
बस यह वह प्रक्रिया है
जिसके सहारे अधिकतर देशों में हवाई जहाज में जन्म लेने वाले बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता की समस्या को हल किया जाता है। वैसे हमारी सलाह यही होगी कि यदि आप 7 माह से अधिक की गर्भवती हैं तो किसी भी इंटरनेशनल फ्लाइट में सफर मत कीजिए। आपके लिए बेहतर यही होगा कि बच्चे के पैदा होने तक आप अपने ही देश में रहे। इस तरह आपको बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र और नागरिकता के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।