आजकल भारत की बेटियां हर जगह अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रही है . भारत में अब बहुत सारे गरीब परिवार की बेटियां इंजीनियर, डॉक्टर, आईपीएस ,आईएएस बन रही है और तो और हाल ही में खत्म हुए ओलंपिक में भी देश की बेटियों ने कई मेडल जीतकर देश को गौरवान्वित महसूस करवाया आया है.
जी हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र में ऑटो रिक्शा चलाने वाले व्यक्ति की जिसने अपनी बेटी की बहुत मुश्किलों से इंजीनियरिंग की फीस भरी है . उसका परिणाम यह आया है . कि उनकी लड़की ने अपने जिंदगी के पहले इंटरव्यू में अमेरिका की जानी-मानी कंपनी में 42 लाख का पैकेज पाया . यह उस पिता के लिए बहुत गौरव की बात है . क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए बहुत दुखों का सामना किया है| कभी- कभी इसके चलते उन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती थी. लेकिन उन्होंने रिक्शा चलाकर अपनी बेटी की पढ़ाई पूरी करवाई.

पहले डॉक्टरी करना चाहती थी लेकिन फिर चुना इंजीनियरिंग को अपना करियर
हम बात कर रहे हैं अमृता करंदे की अमृता को बचपन से ही पढ़ना – लिखना बहुत ज्यादा पसंद था .अमृता ने अपनी 12 वीं बोर्ड में 97% के साथ सफल हुई . वह डॉक्टरी करना चाहती थी लेकिन पैसे की तंगी की वजह से उन्होंने इंजीनियर बनने का फैसला किया अमृता कोल्हापुर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी IT कॉलेज से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं.
ADOBE से मिला ऑफर
अमृता फिलहाल अपने पांचवें सेमेस्टर में हैं पांचवें सेमेस्टर से ही बड़ी बड़ी आईटी कंपनी कॉलेज में आने लगती हैं . इसी का फायदा उठाते हुए अमृता ने अपने कॉलेज में आई आईटी कंपनी Adobe का इंटरव्यू दिया और इंटरव्यू में कंपनी ने उनको सेलेक्ट कर लिया . कंपनी ने उनको सॉफ्टवेयर डिवलेपमेंट इंजीनियर के तौर पर हायर किया है Adobeने अमृता को स्टार्टिंग में 42 लाख रुपए का पैकेज ऑफर किया है . जिससे वह और उनका परिवार काफी खुश है. किसी भी गरीब परिवार के लिए यह रकम बहुत बड़ी है. और इसकी खबर मिलते ही उनके पिता ने बहुत खुशी जताई है.